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क्या मैं जान सकता हूँ जन्म कुंडली में मेरा जीवन साथी मिल सकता है?

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  वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली को हमारे जीवन का दर्पण माना जाता है। इसमें जीवन के हर पहलू के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है, जिसमें आपका जीवन साथी भी शामिल है। सवाल यह है कि क्या आपकी जन्म कुंडली में जीवनसाथी से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है? जवाब है — हां। जन्म कुंडली में ग्रहों और भावों की स्थिति आपके जीवन साथी की प्रकृति, संबंधों की स्थिरता, और वैवाहिक जीवन की गुणवत्ता के बारे में बता सकती है। आइए, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इस विषय को विस्तार से समझते हैं। जन्म कुंडली में जीवन साथी का संकेत जन्म कुंडली में सातवां भाव (सप्तम भाव) विवाह और जीवन साथी का प्रतिनिधित्व करता है। यह भाव आपके साथी के स्वभाव, उनके साथ आपके संबंध, और वैवाहिक जीवन के सुख–दुख का संकेत देता है। सप्तम भाव और उसका महत्व · सप्तम भाव यह दर्शाता है कि आपका जीवन साथी कैसा होगा — उनका व्यक्तित्व, स्वभाव, और विचारधारा। · यदि सप्तम भाव में शुभ ग्रह (जैसे गुरु, शुक्र, या चंद्रमा) हों, तो वैवाहिक जीवन सुखद होता है। · अशुभ ग्रह (जैसे शनि, राहु, या मंगल) सप्तम भाव में हों, तो रिश्तों में चुनौतिया...

स्वास्थ्य ज्योतिष: कुंडली में छुपा है रोग-मृत्यु का रहस्य

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  स्वास्थ्य और जीवन की दीर्घायु हर व्यक्ति की प्राथमिकता होती है। चाहे किसी भी उम्र के हों, हर इंसान चाहता है कि उसका शरीर स्वस्थ रहे और वह लंबा जीवन जिए। लेकिन कई बार जीवन में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं अचानक सामने आ जाती हैं, जिनके कारणों को समझना मुश्किल होता है। ऐसी परिस्थितियों में वैदिक ज्योतिष न केवल समस्याओं का कारण बताती है बल्कि उनके समाधान भी प्रदान करती है। स्वास्थ्य ज्योतिष/health astrology के अनुसार, हर व्यक्ति की जन्म कुंडली में रोग और मृत्यु से जुड़े संकेत छिपे होते हैं। आइए, इस विषय को विस्तार से समझते हैं। जन्म कुंडली में रोग का समय ज्योतिष में जन्म कुंडली को व्यक्ति के स्वास्थ्य का आईना माना गया है। इसमें रोगों और स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत छठे, आठवें और बारहवें भाव से मिलता है। इन भावों में स्थित ग्रह और उनकी दशा, महादशा, और गोचर से रोगों के समय और प्रकार का अनुमान लगाया जा सकता है। छठा भाव (षष्ठ भाव) छठा भाव रोग, शत्रु, और ऋण का भाव माना जाता है। इस भाव में स्थित ग्रह किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव डालते हैं। 1. राहु और केतु : राहु छठ...

How Marriage Astrology Can Improve Your Married Life

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  Marriage holds great importance in one’s life, if not the most, then second or third best point in life. Many critical aspects of individual joy are highly dependent upon the success or failure of marriage. While the reasons for happiness in a marriage are plenty, the ancient wisdom concerning marriage astrology can reveal the mysteries that hover over a couple. Let us understand how marriage astrology can be of significance to married couples. Introduction to Marriage Astrology Marriage astrology is a sub discipline of Vedic astrology that focuses on the position of planets at the time of birth of the person which can in turn predict the condition of the marriage in general. It takes into account the nature of the spouses, the marriage date, the best years to get married, and even how to deal with fights. You can learn about the underlying causes of your troubles with the help of marriage astrologer, Dr. Vinay Bajrangi. In Vedic Astrology, the seventh house governs marriage an...

क्या ज्योतिष भविष्यवाणी कर सकता है कि मैं कब गर्भवती होऊंगी?

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  गर्भधारण का समय हर महिला के जीवन में एक खास महत्व रखता है। कई बार महिलाएं सही समय पर गर्भवती होने की योजना बनाती हैं, लेकिन कई कारणों से यह संभव नहीं हो पाता। क्या ज्योतिष इस सवाल का जवाब दे सकता है कि आप कब गर्भवती होंगी? इसका उत्तर है — हां। वैदिक ज्योतिष के आधार पर गर्भधारण , संभावनाओं और समस्याओं का विश्लेषण करने में सहायक हो सकता है। आइए जानते हैं कि ज्योतिष इस सवाल का उत्तर कैसे दे सकता है। जन्म कुंडली और गर्भधारण का समय ज्योतिष में जन्म कुंडली को व्यक्ति के जीवन के हर पहलू का आइना माना जाता है। यह न केवल आपकी शादी या करियर के बारे में जानकारी देती है, बल्कि आपके परिवार विस्तार और गर्भधारण के समय के बारे में भी भविष्यवाणी कर सकती है। 1. पंचम भाव : पंचम भाव (पांचवां घर) बच्चों का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव में मौजूद ग्रह और उनके प्रभाव गर्भधारण की संभावनाओं को दर्शाते हैं। 2. जुपिटर (गुरु) : गुरु को संतान और ज्ञान का कारक माना जाता है। यदि गुरु का प्रभाव शुभ है, तो गर्भधारण के अच्छे योग बन सकते हैं। 3. चंद्रमा और शुक्र का महत्व : चंद्रमा और शुक्र का स्वस्थ और मजबूत होना ग...

क्या सभी के लिए नुकसानदायक होता है मंगल दोष? जानें इसके फायदे और उपाय

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  भारतीय ज्योतिष में मंगल दोष एक महत्वपूर्ण और चर्चा का विषय है, जो विवाह और जीवन के अन्य पहलुओं पर प्रभाव डालता है। परंतु क्या मंगल दोष केवल नुकसानदायक होता है? इस लेख में, हम इसके फायदे, नुकसान, और इससे जुड़े उपायों पर चर्चा करेंगे। मंगल दोष क्या है? ज्योतिष में मंगल दोष तब बनता है जब मंगल ग्रह आपकी कुंडली के प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम, या द्वादश भाव में स्थित होता है। इसे मांगलिक दोष भी कहा जाता है। यह दोष मुख्य रूप से विवाह में देरी, वैवाहिक जीवन में समस्याओं, और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से जुड़ा माना जाता है। मांगलिक होने के फायदे आमतौर पर मंगल दोष को नकारात्मक रूप से देखा जाता है, लेकिन मांगलिक जातकों के जीवन में कुछ सकारात्मक पहलू भी हो सकते हैं: 1. साहस और आत्मविश्वास : मांगलिक व्यक्ति साहसी और आत्मविश्वासी होते हैं, जो जीवन में बड़े लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। 2. प्रतिस्पर्धा में सफलता : मंगल का प्रभाव ऊर्जा और दृढ़ता प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति किसी भी चुनौती को पार कर सकता है। 3. नेतृत्व गुण : मंगल दोष वाले व्यक्ति अक्सर कुशल नेता होते हैं और टीम का मार्गदर्शन करने म...

2025 में मंगल का शासन रहेगा, इन 6 राशियों के लिए समृद्धि लाएगा

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  मंगल ग्रह को ज्योतिष में ऊर्जा, साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। साल 2025 में मंगल का विशेष प्रभाव कुछ राशियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव और समृद्धि लाएगा। आइए जानते हैं कि कौन–सी 6 राशियां इस वर्ष मंगल की कृपा से जीवन में उन्नति प्राप्त करेंगी और आपके लिए यह साल कैसा रहेगा। क्या आपको पता है कि आप मांगलिक हैं या नहीं? मांगलिक दोष का विवाह और वैवाहिक जीवन पर विशेष प्रभाव होता है। यह कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि आपकी कुंडली में मंगल प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में स्थित है, तो आप मांगलिक माने जाते हैं। मांगलिक दोष के कारण विवाह में देरी , वैवाहिक जीवन में समस्याएं, या अन्य कठिनाइयां आ सकती हैं। लेकिन, ज्योतिष के उपायों से इन दोषों को शांत किया जा सकता है। 2025 में मंगल की विशेष स्थिति आपकी कुंडली को कैसे प्रभावित करेगी, यह जानने के लिए विशेषज्ञ ज्योतिष से परामर्श लें। 2025 की ज्योतिषीय गणनाएं: इन 6 राशियों के लिए मंगल का वरदान 1. मेष राशि: मंगल मेष राशि का स्वामी ग्रह है। 2025 में मेष राशि के जातकों को करियर में बड़ी उपलब्धि...

Can Astrology Predict When I Will Get Pregnant?

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  Pregnancy is a beautiful journey that many individuals and couples eagerly look forward to. But when there are delays or uncertainties, the anxiety can make one look for deeper answers. This is where astrology steps in, offering guidance and insights through your birth chart and planetary alignments. Astrology has long been used to predict major life events such as childbirth. In the following sections, we will look into how astrology can answer the question “ When will I get pregnant ?” Role of Planets in Childbirth In astrology, specific planets and houses are directly linked to fertility, pregnancy, and childbirth prediction . Their positions in your kundli or birth chart can provide crucial knowledge about your reproductive health and the timing of conception. The Fifth House: Known as the “House of Progeny,” this is the most important house in terms of childbirth. A well-placed ruler of the fifth house promises favorable chances for conceiving. Jupiter: Jupiter is the plane...