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How many Guna Matching is Needed for a Successful Marriage?

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  The kundali matching of marriage astrology is one of the most important aspects of Indian traditions, often known as Guna Matching. It is the ancient practice by which compatibility between two people is decided based on their birth charts and ensures a harmonious and successful marriage. How many Guna match for successful marriage ? Let’s explore this fascinating astrological method and its importance in crafting a successful marital bond. What is Guna Matching in Astrology? Guna Matching is a compatibility measure of two horoscopes, derived from the Ashtakoot system in Vedic astrology. It calculates compatibility using eight key parameters, or “Koots,” that signify different aspects of life, such as emotional, physical, and spiritual compatibility. The eight Koots and their respective points are: Varna (1 point): Social compatibility and ego levels. Vashya (2 points): Influence and control in the relationship. Tara (3 points): Health and destiny alignment. Yoni (4 points): ...

सफल विवाह के लिए कितने गुण मिलान की आवश्यकता है?

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  भारतीय वैदिक ज्योतिष में विवाह के लिए कुंडली मिलान की प्रक्रिया को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। यह प्रक्रिया वर और वधू की कुंडलियों के आधार पर उनकी संगति, वैवाहिक जीवन की सफलता, और पारिवारिक सामंजस्य का विश्लेषण करती है। इसमें कुल 36 गुण होते हैं, जिनका विवाह के लिए कुंडली मिलान किया जाता है। लेकिन सवाल यह है कि सफल विवाह के लिए कितने गुणों का मिलान होना आवश्यक है? आइए इसे ज्योतिषीय दृष्टिकोण से समझते हैं। गुण मिलान: क्या है इसका महत्व? गुण मिलान को “ अष्टकूट मिलान ” कहा जाता है, जो वर और वधू की जन्म कुंडली के आठ अलग–अलग पहलुओं का विश्लेषण करता है। ये पहलू हैं: 1. वर्ण (1 गुण): मानसिक संगति का विश्लेषण। 2. वश्य (2 गुण): एक–दूसरे पर प्रभाव डालने की क्षमता। 3. तारा (3 गुण): स्वास्थ्य और समृद्धि की अनुकूलता। 4. योनि (4 गुण): शारीरिक और मानसिक संगति। 5. ग्रह मैत्री (5 गुण): ग्रहों की आपसी अनुकूलता। 6. गण (6 गुण): स्वभाव और व्यक्तित्व की समानता। 7. भकूट (7 गुण): वैवाहिक समृद्धि और पारिवारिक जीवन। 8. नाड़ी (8 गुण): स्वास्थ्य और संतान से जुड़ी अनुकूलता। सफल विवाह के लिए क...

When is Devuthani Ekadashi, 11th or 12th November?

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   Devuthani Ekadashi, also called Prabodhini Ekadashi, is an important Hindu festival. It marks the end of Lord Vishnu’s four-month sleep, called Chaturmas. This day, which happens in the month of Kartik, is the start of good times for weddings, housewarmings, and other celebrations. Devuthani Ekadashi 2024 will be on either 11th or 12th November. This has caused some confusion, so let’s look at why there are two dates, the best time (Shubh Muhurat) to celebrate, and why this day is important for marriage astrology and horoscope readings.       Why Two Dates for Devuthani Ekadashi in 2024?    In 2024, Devuthani Ekadashi caused curiosity because it is listed on the 11th and 12th of November. This happens because the Ekadashi Tithi, or the 11th lunar day, starts on one calendar day and continues to the next. This overlapping is why some people wonder which day is best for observing the rituals. According to traditional Hindu calendars and advice from a...

अगर मैं कुंडली मिलाए बिना शादी करूँ तो क्या मेरी शादी सफल होगी?

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  आजकल जब कुंडली मिलान जैसी तकनीक सबके लिए उपलब्ध है तो मन में ये प्रश्न भी आना स्वाभाविक है कि अगर मैं कुंडली मिलाए बिना शादी करूँ तो क्या मेरी शादी सफल होगी ? तो इस प्रश्न का जवाब सिर्फ एक शब्द में नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस प्रश्न के भीतर कई उत्तर समाए हुए हैं जिसके लिए हर उत्तर पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह प्रश्न उसी प्रश्न की भांति है कि " सृष्टि को कौन चला रहा है " अब इस प्रश्न में एक उत्तर देने से सभी लोग संतुष्ट नहीं हो पाएंगे क्योंकि हर मार्ग से इसकी अनुभूति का स्वरूप अलग अलग होगा। इसी तरह से कुंडली मिलाए बिना भी लाखों शादियां हो रही हैं लेकिन जब बात आती है कुंडली मिलाने की तब स्थिति अलग असर दिखाती है और रिश्तों में जो विशेष सुख मिलता है वह और कहीं नहीं मिल पाता है। व्यक्ति को जीवन साथी के रूप में हर कदम पर साथ चलने वाला प्रीतम मिलता है। फिर चाहे प्रेम विवाह हो या फिर परिवार की सहमति से किया...