Posts

Showing posts with the label health predictions

Health Astrology: It’s Significance in Human Health

Image
  Health Astrology , often called Medical Astrology , is a branch of astrology that studies how the configuration of planets at the time of birth (the natal chart) may influence a person’s physical constitution, vulnerability to diseases, cycles of health issues, recovery potential, and longevity. It does not replace modern medicine, but serves as a symbolic map to help one gain insight, foresee health trends, and adopt preventive or remedial measures. The idea is that just as astrology can analyze one’s personality, career, marriage etc., it can also point to tendencies in bodily systems, stress patterns, and phases when health is more vulnerable. Ancient traditions in India, Greece, China, and the Middle East integrated astrology with healing arts. In contemporary times, health astrology is often offered by practitioners such as Health Astrologer or Vedic astrologers like Dr Vinay Bajrangi , who combine classical techniques with intuitive insight. The Significance of Health A...

ज्योतिष के अनुसार स्वास्थ्य और संपत्ति कैसे सुधारें?

Image
  मनुष्य के जीवन में स्वास्थ्य (Health) और संपत्ति (Wealth) दो ऐसे स्तंभ हैं जिन पर उसकी पूरी खुशहाली टिकी होती है। अगर व्यक्ति स्वस्थ है और आर्थिक रूप से सुरक्षित है, तो जीवन में आने वाली अधिकांश कठिनाइयाँ सहज हो जाती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति का स्वास्थ्य और धन का स्तर उसके जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभाव से निर्धारित होता है। आइए जानते हैं कि ज्योतिष के अनुसार स्वास्थ्य और संपत्ति सुधारने के उपाय क्या हैं। स्वास्थ्य सुधारने के ज्योतिषीय उपाय कुंडली में लग्न (Ascendant) और षष्ठ भाव (6th house) व्यक्ति के स्वास्थ्य से संबंधित माने जाते हैं। इन भावों के स्वामी ग्रहों की स्थिति और शुभ–अशुभ प्रभाव यह तय करते हैं कि व्यक्ति कितना स्वस्थ रहेगा। Dr. Vinay Bajrangi के अनुसार यदि कुंडली में पाप ग्रह जैसे शनि, राहु, केतु या मंगल स्वास्थ्य भाव पर दृष्टि डालते हैं, तो व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं। स्वास्थ्य सुधारने के उपाय: 1. सूर्य को रोज़ जल चढ़ाएँ — सूर्य आत्मा और स्वास्थ्य का कारक ग्रह है। 2. बुधवार को हरी सब्जि...

How to Make Birth Chart and Know Future

Image
  In Vedic Astrology, the birth chart (also known as Janam Kundli or horoscope) is considered the roadmap of life. It is based on your exact birth date, time, and place, and it reveals the positions of planets and stars at the moment of your birth. With the help of this chart, one can gain insight into the future of marriage, career prospects, and health predictions. In this blog, we will explain how to make your birth chart and how it can be used to explore different aspects of life. We will also see how a renowned astrologer like Dr Vinay Bajrangi can guide you in interpreting your horoscope accurately. How to Make a Birth Chart? A birth chart (Janam Kundli) is a twelve-house diagram where each house represents different areas of life. The chart is created based on three main details: Date of Birth Exact Time of Birth Place of Birth Modern astrology software and online platforms can generate your chart within seconds if you have these details. However, the real depth of ...

क्या ज्योतिष बीमारी के समय की भविष्यवाणी कर सकती है?

Image
   ज्योतिष  केवल विवाह, करियर या धन संबंधी प्रश्नों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह  स्वास्थ्य   समस्याओं   की   भविष्यवाणी  करने में भी कारगर मानी जाती है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के  कुंडली   के   ग्रह   और   भाव  उसके स्वास्थ्य की स्थिति, बीमारियों की संभावना और जीवनशैली से जुड़े पहलुओं की जानकारी देते हैं। इसलिए, यह प्रश्न स्वाभाविक है कि क्या ज्योतिष से हम अपनी  बीमारी   की   भविष्यवाणी  कर सकते हैं? आइए इस विषय पर विस्तार से जानें। स्वास्थ्य ज्योतिष का महत्व स्वास्थ्य ज्योतिष  ( Medical Astrology ) एक ऐसी शाखा है जिसमें कुंडली के आधार पर यह समझा जाता है कि व्यक्ति किन–किन स्वास्थ्य समस्याओं से गुजर सकता है। उदाहरण के लिए – ·  प्रथम   भाव (लग्न   भाव)  — शरीर और समग्र स्वास्थ्य को दर्शाता है। ·  षष्ठ   भाव (छठा   भाव)  — रोग, शत्रु और कर्ज से जुड़ा होता है, इसलिए इसे रोग भाव भी कहा जाता है। ·  आठवां   भाव  — दीर्घकालिक बीमारियाँ और ...

ज्योतिष में स्वास्थ्य की जांच कैसे करें? अनुभवी ज्योतिषी आपकी कैसे मदद कर सकते हैं?

Image
  स्वास्थ्य हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। चाहे हम कितने भी सफल क्यों न हों, अगर स्वास्थ्य अच्छा नहीं है, तो जीवन का आनंद अधूरा रह जाता है। ज्योतिष में स्वास्थ्य की जांच एक प्राचीन और विश्वसनीय तरीका है, जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति , संभावित रोग , और भविष्य में आने वाली स्वास्थ्य चुनौतियों का अनुमान लगाया जा सकता है। अनुभवी ज्योतिषी, जैसे Dr Vinay Bajrangi , आपकी जन्म कुंडली देखकर आपके स्वास्थ्य से जुड़े रहस्यों को उजागर कर सकते हैं। ज्योतिष में स्वास्थ्य जांच का महत्व ज्योतिष विज्ञान में यह माना जाता है कि हमारे जन्म के समय ग्रहों की स्थिति हमारे शारीरिक स्वास्थ्य , मानसिक स्थिरता , और ऊर्जा स्तर पर गहरा प्रभाव डालती है। जन्म कुंडली में स्वास्थ्य का विश्लेषण करके यह जाना जा सकता है कि व्यक्ति किन रोगों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकता है और किस उम्र में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ आ सकती हैं। कुंडली में स्वास्थ्य से जुड़े मुख्य भाव स्वास्थ्य ज्योतिष में कुछ विशेष भाव और ग्रह महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं: 1. लग्न भाव (प...

स्वास्थ्य भविष्यवाणी के लिए कुंडली का उपयोग कैसे करें?

Image
  हमारी कुंडली न केवल हमारे भविष्य , विवाह , या करियर की जानकारी देती है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य से संबंधित संभावित समस्याओं और उनकी समाधान के बारे में भी संकेत देती है। स्वास्थ्य भविष्यवाणी ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। सही तरीके से जन्म कुंडली का विश्लेषण करने से यह जाना जा सकता है कि किसी व्यक्ति को जीवन में किन–किन स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और उनसे कैसे बचा जा सकता है। कुंडली में स्वास्थ्य का महत्व स्वास्थ्य की स्थिति को जानने के लिए कुंडली में विशेष रूप से पहला भाव (लग्न भाव) , छठा भाव , आठवां भाव , और बारहवां भाव का विशेष महत्व होता है। इन भावों में स्थित ग्रह और उनके साथ बने योग बताते हैं कि व्यक्ति को किस प्रकार की बीमारियों की संभावना है और किस उम्र में वे प्रकट हो सकती हैं। · लग्न भाव : यह व्यक्ति के शरीर, रूप–रंग और संपूर्ण स्वास्थ्य को दर्शाता है। · छठा भाव : यह रोग , दैनिक समस्याएं , और शत्रुओं का भाव है। · आठवां भाव : यह भाव दीर्घकालिक रोग , अचानक दुर्घटनाएं और आयु को दर्शाता...

ज्योतिषी सुझाव आपको स्वस्थ जीवन के लिए कैसे मदद कर सकते हैं?

Image
  स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ज्योतिष के माध्यम से स्वास्थ्य समस्याओं को पहले ही पहचाना और टाला जा सकता है? वैदिक ज्योतिष , न केवल आपके भविष्य की दिशा बताता है, बल्कि यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में भी मदद कर सकता है। यह ब्लॉग आपको बताएगा कि कैसे ज्योतिषी के सुझाव आपके जीवन में स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं और ग्रहों का प्रभाव हमारे जन्म के समय ग्रहों की स्थिति यह संकेत देती है कि भविष्य में हमें किस प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जैसे: · छठे भाव में स्थित ग्रह हमारी बीमारियों और रोगों को दर्शाते हैं। · आठवां भाव दुर्घटनाओं, ऑपरेशन या लंबे समय तक चलने वाली बीमारियों से संबंधित होता है। · बारहवां भाव अस्पताल, मानसिक तनाव और अनिद्रा से जुड़ा होता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में इन भावों में शनि, राहु या केतु जैसे पाप ग्रह स्थित हों, तो स्वास्थ्य समस्याएं लंबे समय तक बनी रह सकती हैं। ज्योतिषी कैसे देते हैं स्वास्थ्य संबंधी समा...