ज्योतिष उपाय: अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए सुझाव

हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो और जीवन में कभी धन की कमी न हो। लेकिन कई बार मेहनत के बावजूद भी पैसा टिकता नहीं है, खर्चे बढ़ते जाते हैं और बचत न के बराबर होती है। ऐसे में व्यक्ति मानसिक तनाव और असंतोष का शिकार हो जाता है। अगर बार–बार आर्थिक संकट आ रहा है या आमदनी के मुकाबले खर्चा ज्यादा हो रहा है, तो इसके पीछे ग्रहों का प्रभाव भी जिम्मेदार हो सकता है। ज्योतिषशास्त्र में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं, जिनसे वित्तीय स्थिति में सुधार किया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रभावशाली ज्योतिष उपाय आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बना सकते हैं । कुंडली में धन भाव और लाभ भाव का महत्व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली का द्वितीय भाव (धन भाव) और एकादश भाव (लाभ भाव) व्यक्ति की वित्तीय स्थिति को दर्शाते हैं। यदि इन भावों में अशुभ ग्रहों का प्रभाव हो या इन भावों के स्वामी नीच के हों, तो व्यक्ति को आर्थिक समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं। इसके अलावा छठा भाव कर्ज और खर्चों से संबंधित होता है, जबकि आठवां भाव अचानक आने वाले आर्थिक संकटों से जुड़ा होता है। कुंडली का बारहवां भाव अनावश...