कुंडली में शादी का योग कब बनता है?

भारतीय ज्योतिष शास्त्र में शादी का योग समझना एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। हर व्यक्ति अपने जीवन में एक उपयुक्त जीवनसाथी की तलाश करता है, और जब यह प्रश्न उठता है कि “ कुंडली में शादी का योग कब बनेगा ? “, तो इसका उत्तर ग्रहों की स्थिति, भावों और दशा के गहन विश्लेषण में छुपा होता है। शादी का योग कैसे पहचाने? ज्योतिष के अनुसार, सप्तम भाव (7th house) को विवाह का भाव माना जाता है। यदि आपकी कुंडली में सप्तम भाव मजबूत हो, उसमें शुभ ग्रह हों, और वह शनि, राहु या केतु जैसे पाप ग्रहों से मुक्त हो, तो जल्दी शादी का योग बनता है। इसके साथ ही शुक्र ग्रह (Venus) और गुरु ग्रह (Jupiter) की स्थिति भी शादी के योग तय करने में अहम भूमिका निभाती है। जिन संकेतों से कुंडली में शादी के योग बनते हैं: · सप्तम भाव में शुभ ग्रहों की स्थिति जैसे गुरु, शुक्र, चंद्रमा। · लग्नेश और सप्तमेश का परस्पर दृष्टि संबंध या युति। · नवांश कुंडली (D-9 chart) में सप्तम भाव का मजबूत होना। · शुक्र या गुरु की महादशा और अंतर्दशा में विवाह संभव। · राहु–केतु या मंगल दोष नहीं होना, या इनका समाधान क...