Kundali Me Vivah Yog: विवाह में क्यों होती है देरी? जानिए कारण

हर व्यक्ति के जीवन में विवाह एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। लेकिन बहुत बार ऐसा देखा गया है कि कुछ लोगों की कुंडली में विवाह योग होते हुए भी शादी में देरी होती है। यह देरी केवल सामाजिक या व्यक्तिगत कारणों से नहीं होती, बल्कि इसका सीधा संबंध आपकी जन्म कुंडली से भी होता है। इस लेख में हम समझेंगे कि कुंडली में विवाह योग होने के बावजूद भी विवाह में देरी क्यों होती है , और इस समस्या के ज्योतिषीय कारण क्या हो सकते हैं। साथ ही जानेंगे कि कैसे Dr. Vinay Bajrangi की विशेषज्ञ सलाह से विवाह की राह आसान हो सकती है। विवाह योग क्या होता है? विवाह योग से आशय उस ग्रह स्थिति से है जो किसी व्यक्ति के जीवन में शादी के लिए उपयुक्त समय और जीवनसाथी का संकेत देती है। यह योग मुख्य रूप से कुंडली के 7वें भाव , उसके स्वामी, और उससे जुड़ी ग्रह दशाओं पर आधारित होता है। 7वां भाव (House of Marriage) यह दर्शाता है कि विवाह कब और किस प्रकार का होगा। जब यह भाव या इसका स्वामी कमजोर होता है या किसी पाप ग्रह (मालिफिक प्लेनेट्स) से प्रभावित होता है, तो विवाह में देरी या बाधाएं उत्पन्न होत...