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भविष्य की जीवन साथी की भविष्यवाणी: ज्योतिष की दृष्टि से

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  भविष्य की जीवन साथी (future life partner) या विवाह के बारे में जानना मानव स्वभाव में गहराई से जुड़ा है। विवाह ज्योतिष ( marriage astrology ) हमें यह समझने में मदद करती है कि हमारे जीवन में प्रेम, साथी और साझेदारी किस तरह बन सकती है और कब बन सकती है। वेदिक ज्योतिष में, खासकर 7वें भाव (सातवीं गृह), उसके स्वामी, और Navamsa चार्ट की स्थिति को देखकर भविष्य कैसा होगा आपका जीवन साथी ( future life partner ) की पहचान की जाती है। प्रमुख संकेत जो जीवन साथी की जानकारी देते हैं एक ज्योतिषी निम्नलिखित बातों का विश्लेषण करता है: सातवीं गृह (7th house) : यह विवाह, साझेदारी, जीवन साथी का प्रमुख भाव है। इस भाव में ग्रहों की स्थिति और उस घर का स्वामी कौन है, यह सब बहुत मायने रखता है। 7th house lord की स्थिति : अगर 7वें भाव का स्वामी सकारात्मक स्थिति में है और शुभ ग्रहों से दृष्टि प्राप्त हो रही हो, तो विवाह और जीवन साथी की परिस्थिति अनुकूल होती है। वेनस (Venus), बृहस्पति (Jupiter), चंद्रमा (Moon) जैसे ग्रहों का स्वास्थ्य और स्थिति महत्वपूर्ण होती है। विशेष रूप से, महिला जातकों में बृहस्पति ...

क्या कोई तरीका है जिससे मैं अपने भविष्य के जीवन साथी के बारे में जान सकूं?

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  हर व्यक्ति के मन में यह जिज्ञासा जरूर होती है कि भविष्य का जीवनसाथी कैसा होगा। क्या वह समझदार होगा? क्या वह जीवन में स्थिरता लाएगा? क्या वह सच्चा प्रेम देगा? इस तरह के सवाल हर युवा के मन में उठते हैं। लेकिन क्या ज्योतिष शास्त्र की मदद से हम अपने फ्यूचर लाइफ पार्टनर के बारे में जान सकते हैं? उत्तर है —  हाँ , निश्चित रूप से। भविष्य के जीवनसाथी के बारे में जानने का ज्योतिषीय तरीका वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली ( Janam Kundli ) के माध्यम से भविष्य के जीवनसाथी की प्रकृति, व्यवहार, रंग, रूप, पेशा, पारिवारिक पृष्ठभूमि आदि के बारे में गहराई से जाना जा सकता है। कुंडली का विश्लेषण कर विशेषज्ञ यह भी बता सकते हैं कि शादी कब होगी, लव मैरिज होगी या अरेंज, और दांपत्य जीवन कैसा रहेगा। 1. सप्तम भाव (7th House) का महत्व जन्म कुंडली में सप्तम भाव विवाह, जीवनसाथी और वैवाहिक जीवन का मुख्य कारक होता है। यदि सप्तम भाव में शुभ ग्रह हों और उस पर शुभ दृष्टि हो, तो जीवनसाथी सुंदर, संस्कारी और सहयोगी होता है। वहीं अगर इस भाव में पाप ग्रह या अशुभ दृष्टि हो, तो वैवाहिक जीवन में उतार–चढ़ाव आ सकत...