शनि के प्रभाव को दूर करने के लिए ज्योतिष उपाय

शनि ग्रह को न्याय के देवता कहा जाता है। यह व्यक्ति के कर्मों के अनुसार फल देता है — अच्छे कर्म पर इनाम और बुरे कर्म पर दंड। शनि की दशा या साढ़ेसाती अथवा ढैय्या जब कुंडली में प्रभावी होती है, तब जीवन में संघर्ष, बाधाएं, रोग, दरिद्रता और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। लेकिन डरने की बजाय यदि शनि दूर करने के लिए ज्योतिष उपाय प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। शनि के अशुभ प्रभाव के लक्षण जब शनि ग्रह अशुभ स्थिति में होता है, तो व्यक्ति को निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ता है: · बार–बार नौकरी में रुकावट या नौकरी का जाना · आर्थिक तंगी या कर्ज़ में डूबना · कोर्ट–कचहरी के मामले बढ़ना · स्वास्थ्य में लंबी बीमारी · पारिवारिक कलह व मानसिक तनाव · समाज में बदनामी इन लक्षणों से यह संकेत मिलता है कि शनि ग्रह का प्रभाव कुंडली में असंतुलित है। शनि के प्रभाव को शांत करने के ज्योतिष उपाय 1. हनुमान जी की उपासना करें हनुमान जी को शनि ग्रह का शत्रु माना गया है। मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें और बजरंग बाण पढ़ें। इससे शनि के दोष कम होते हैं । 2...