Posts

Showing posts with the label life span

जानिए अपनी कुंडली से आपका जीवन काल कितना होगा।

Image
  वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली का उपयोग व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। कई लोग यह जानने के इच्छुक होते हैं कि क्या कुंडली के माध्यम से आयु का अनुमान लगाया जा सकता है। हालांकि, यह एक जटिल और संवेदनशील विषय है, जिसे समझने के लिए हमें कुंडली के विभिन्न घटकों और ज्योतिषीय सिद्धांतों का गहन अध्ययन करना होगा। कुंडली में आयु निर्धारण के प्रमुख घटक: 1. आठवां भाव (मृत्यु स्थान): कुंडली का आठवां भाव जीवन की लंबाई, मृत्यु के कारणों और रहस्यमय विषयों से संबंधित होता है। यदि इस भाव में कोई ग्रह स्थित नहीं है, तो इसे शुभ माना जाता है। शुभ ग्रहों की उपस्थिति जीवन की अवधि को बढ़ा सकती है, जबकि अशुभ ग्रह आयु में कमी का संकेत दे सकते हैं। विशेष रूप से, स्त्री की कुंडली में आठवें भाव में पाप ग्रह (अशुभ ग्रह) वैधव्य का संकेत दे सकते हैं। 2. आयुष्करक ग्रह (शनि): शनि ग्रह को आयु का कारक माना जाता है। शनि की स्थिति, उसकी दृष्टि, और अन्य ग्रहों के साथ उसकी युति का विश्लेषण करके आयु के बारे में अनुमान लगाया जाता है। यदि कुंडली में शनि सबसे शक्तिशाली ग्र...

नए साल की शुरुआत अच्छे स्वास्थ्य के साथ, रोजाना करें ज्योतिषी द्वारा बताई गई ये 5 चीजें

Image
  नया साल हमारे जीवन में नये अवसर लेकर आता है और हम सभी यह चाहते हैं कि यह साल हमारे लिए खुशहाली, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य के साथ बीते। अगर आप इस साल को अपने जीवन के सबसे अच्छे साल के रूप में देखना चाहते हैं, तो आपको अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना होगा। स्वास्थ्य ज्योतिषी के अनुसार, कुछ सरल उपाय और दिनचर्या आपके जीवन को बेहतर बना सकती हैं। आइये जानते हैं उन 5 चीजों के बारे में, जिन्हें यदि आप रोज़ाना अपने जीवन में शामिल करेंगे तो न केवल आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, बल्कि जीवन में सफलता और समृद्धि भी आएगी। 1. सूर्य नमस्कार करें ज्योतिषीय दृष्टिकोण से सूर्य को जीवन का मुख्य कारक माना गया है। सूर्य हमारी ऊर्जा का स्रोत है और उसे रोज़ाना नमस्कार करने से शरीर में ताजगी और ऊर्जा का संचार होता है। सूर्य नमस्कार से शरीर के सभी अंगों को लाभ मिलता है और मन शांत रहता है। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक सेहत को भी सुधारता है। कैसे करें: रोज़ सुबह सूर्योदय के समय सूर्य नमस्कार करें। इस प्रक्रिया में 12 अलग–अलग योगासन होते हैं, जो पूरे शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाते हैं। 2. पानी का सेवन क...

चिकित्सा ज्योतिष – चिकित्सा विज्ञान का ऐतिहासिक पहलू

Image
  चिकित्सा विज्ञान और ज्योतिष, दोनों ही मानव जीवन के अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू हैं, जो हमारे स्वास्थ्य, जीवनशैली और समग्र कल्याण से संबंधित हैं। हालांकि यह दो अलग–अलग क्षेत्र हैं, लेकिन चिकित्सा ज्योतिष ( Medical Astrology ) एक ऐसी प्राचीन विद्या है जो इन दोनों को जोड़ती है। यह ज्योतिष का एक अद्भुत रूप है जो हमारे स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए कुंडली और ग्रहों की स्थिति का उपयोग करता है। इस ब्लॉग में हम चिकित्सा ज्योतिष के ऐतिहासिक पहलू पर चर्चा करेंगे और देखेंगे कि कैसे यह विद्या हमारे जीवन में योगदान करती है। चिकित्सा ज्योतिष का आरंभ चिकित्सा ज्योतिष का इतिहास बहुत पुराना है। यह प्राचीन भारत और ग्रीस में उत्पन्न हुआ था। आयुर्वेद, जो भारतीय चिकित्सा प्रणाली का आधार है, ज्योतिष के साथ जुड़ा हुआ था। आयुर्वेद में यह विश्वास था कि शरीर के प्रत्येक अंग पर ग्रहों का प्रभाव होता है, और इन ग्रहों की स्थिति से यह निर्धारित होता है कि व्यक्ति को कौन सी बीमारियां हो सकती हैं। ग्रहों के प्रभाव का अध्ययन करके, ज्योतिषी यह अनुमान लगा सकते थे कि किसी व्यक्ति के लिए कौन सी चिकित्सा पद्धतिय...

मृत्यु आने से पहले मिलते हैं ये संकेत, जानिए क्या कहते हैं ज्योतिष?

Image
  जीवन   में   हर   किसी   की   एक   निश्चित   आयु   होती   है ,  और   यह   आयु   कब   पूरी   होगी ,  यह   तो   कोई   नहीं   जान   सकता।   लेकिन   क्या   आप   जानते   हैं   कि   ज्योतिष   शास्त्र   में   कुछ   ऐसे   संकेत   होते   हैं ,  जो   जीवन   के   अंत   को   संकेतित   करते   हैं ?  जी   हां ,  चिकित्सा   ज्योतिष   और   स्वास्थ्य   ज्योतिष   के   माध्यम   से   हम   अपने   जीवनकाल   और   स्वास्थ   से   संबंधित   कई   महत्वपूर्ण   पहलुओं   को   समझ   सकते   हैं।   आइए   जानते   हैं   कि   मृत्यु   के   संकेतों   के   बारे   में   क्या   कहती   है   ज्योतिष ,  और    ...