क्या मैं जान सकता हूँ जन्म कुंडली में मेरा जीवन साथी मिल सकता है?
वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली को हमारे जीवन का दर्पण माना जाता है। इसमें जीवन के हर पहलू के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है, जिसमें आपका जीवन साथी भी शामिल है। सवाल यह है कि क्या आपकी जन्म कुंडली में जीवनसाथी से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है? जवाब है — हां। जन्म कुंडली में ग्रहों और भावों की स्थिति आपके जीवन साथी की प्रकृति, संबंधों की स्थिरता, और वैवाहिक जीवन की गुणवत्ता के बारे में बता सकती है। आइए, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से इस विषय को विस्तार से समझते हैं। जन्म कुंडली में जीवन साथी का संकेत जन्म कुंडली में सातवां भाव (सप्तम भाव) विवाह और जीवन साथी का प्रतिनिधित्व करता है। यह भाव आपके साथी के स्वभाव, उनके साथ आपके संबंध, और वैवाहिक जीवन के सुख–दुख का संकेत देता है। सप्तम भाव और उसका महत्व · सप्तम भाव यह दर्शाता है कि आपका जीवन साथी कैसा होगा — उनका व्यक्तित्व, स्वभाव, और विचारधारा। · यदि सप्तम भाव में शुभ ग्रह (जैसे गुरु, शुक्र, या चंद्रमा) हों, तो वैवाहिक जीवन सुखद होता है। · अशुभ ग्रह (जैसे शनि, राहु, या मंगल) सप्तम भाव में हों, तो रिश्तों में चुनौतिया...