कुंडली योग – जाने कुंडली के योग के अनुसार स्वास्थ्य समस्याएँ और धन हानि

वेदिक ज्योतिष में कुंडली केवल आपके भविष्य का आईना नहीं होती, बल्कि यह आपके जीवन की समस्याओं का कारण और समाधान दोनों प्रस्तुत करती है। विशेष रूप से, कुंडली में बने योग यह संकेत करते हैं कि किसी व्यक्ति को जीवन में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी या आर्थिक हानि कब और क्यों हो सकती है। इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि कौन–कौन से कुंडली योग स्वास्थ्य और धन हानि से जुड़े होते हैं , और इनसे कैसे बचा जा सकता है। कुंडली में योग क्या होते हैं? जब ग्रह एक विशेष स्थिति या संबंध में होते हैं, तो वे कुंडली में एक विशेष “योग” का निर्माण करते हैं। ये योग शुभ भी हो सकते हैं और अशुभ भी। शुभ योग जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य और सफलता लाते हैं, वहीं अशुभ योग परेशानी, हानि और रोगों के कारण बनते हैं। धन हानि से जुड़े अशुभ योग 1. दारिद्र योग (Daridra Yoga) जब 11वें भाव का स्वामी 6वें, 8वें या 12वें भाव में स्थित हो और लाभ भाव कमजोर हो, तो दारिद्र योग बनता है। यह आर्थिक हानि, कर्ज और आय में रुकावट लाता है। 2. पाप ग्रहों का दूसरे भाव पर प्रभाव यदि राहु, केतु, शनि या मंगल जैसे ग्रह द...