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ज्योतिष हमें सही जीवन साथी खोजने में कैसे मदद कर सकता है?

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  हर व्यक्ति के जीवन में विवाह एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय होता है। सही जीवन साथी का चयन केवल भावनाओं पर नहीं बल्कि समझदारी और ग्रहों के योगों पर भी निर्भर करता है। ज्योतिष शास्त्र इस दिशा में हमारी काफी मदद कर सकता है। प्राचीन काल से ही कुंडली मिलान , गुण मिलान , और विवाह योग जैसे उपायों के माध्यम से आप जान सकते हैं कि आपका जीवनसाथी कैसे होगा | प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य Dr Vinay Bajrangi बताते हैं कि वैदिक ज्योतिष न केवल भविष्यवाणी करने में बल्कि रिश्तों की संगतता को समझने में भी अहम भूमिका निभाता है। कुंडली मिलान से समझें संगतता कुंडली मिलान ( Horoscope Matching ) विवाह से पहले की सबसे आवश्यक प्रक्रिया मानी जाती है। यह दोनों व्यक्तियों की ग्रह स्थिति , नक्षत्र , और राशि के अनुसार उनकी संगतता को जांचती है। जब दो लोगों की कुंडलियां आपस में मिलती हैं, तो यह देखा जाता है कि क्या उनके जीवन के उद्देश्य, सोच, और स्वभाव एक–दूसरे से मेल खाते हैं या नहीं। Dr Vinay Bajrangi के अनुसार, कुंडली मिलान में अष्टकूट मिलान सबसे प्रचलित विधि है जिसमें 36 गुणों का मिलान किया जात...

Future Spouse Astrology Calculator

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  Everyone wishes to know about their future wife/husband — who they are, how do they look, where do they belong, and how will be the relationship. Some take a risk or follow intuition, and others follow the ancient science of Vedic astrology. The most popular application here is the Future Spouse Astrology Calculator. This app is not just an entertaining application; it is based on profound science of kundli predictions and planetary positions. With the guidance of an expert like astrologer Dr. Vinay Bajrangi, you can get very accurate prediction of your future husband/wife and your married life. What is a Future Spouse Astrology Calculator? A Future Spouse Astrology Calculator uses your birth chart (kundli) to verify the planetary positions, especially in the 7th house — the marriage and partnership house. It considers the Lagna chart , Navamsa chart, and planetary aspects of planets like Venus, Jupiter, and Mars, which are the major determinants of spouse qualities. By entering...

कैसे ज्योतिष आपकी सही जीवनसाथी की खोज में मदद कर सकता है?

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  हर व्यक्ति के जीवन में विवाह एक अहम मोड़ होता है। एक अच्छा जीवनसाथी न केवल जीवन को सुखद बनाता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी देता है। लेकिन आज के दौर में वैवाहिक समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में वैवाहिक समस्याओं का समाधान ढूँढने के लिए लोग कई मार्ग अपनाते हैं, जिनमें से एक सबसे प्रभावशाली मार्ग है ज्योतिष के माध्यम से जीवनसाथी की खोज । ज्योतिष शास्त्र न केवल विवाह का सही समय बताता है, बल्कि यह भी बताता है कि किस प्रकार का व्यक्ति आपके लिए आदर्श जीवनसाथी होगा। डॉ. विनय बजरंगी , एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य, कहते हैं कि “यदि जन्मपत्रिका का सही विश्लेषण किया जाए, तो हम विवाह से जुड़ी लगभग हर समस्या का समाधान पा सकते हैं।” कैसे ज्योतिष करता है आपकी जीवनसाथी की खोज में मदद? 1. सप्तम भाव (7वें भाव) का विश्लेषण जन्मकुंडली में सप्तम भाव विवाह और जीवनसाथी का मुख्य कारक होता है। इसमें स्थित ग्रह और इसका स्वामी यह बताते हैं कि जीवनसाथी का स्वभाव कैसा होगा। यदि सप्तम भाव पर पाप ग्रहों की दृष्टि है, तो वैवाहिक जीवन में संघर्ष हो सकते हैं। 2. नवांश कुंडली (D...

How can Astrology Help in Finding a Future Life Partner?

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  Finding a life partner is one of the most important decisions in life. With changing times and present-day troubles, relationships do not come easy anymore. During such times, astrology for life partner has become a powerful and certain guidance. It is not merely about compatibility but about understanding compatibility, timing, and fate. As per Dr. Vinay Bajrangi, well-known Vedic astrologer, astrology has the ability to tell us some deep things about who would make the perfect life partner for you. Role of Astrology in Life Partner Prediction Vedic astrology employs the birth chart ( kundli ) for the evaluation of many areas of an individual’s life. For marriage, astrologers look into the 7th house, Venus, Jupiter, and Navamsa chart to foretell marital happiness and when the marriage will take place. This is how astrology assists in identifying your future husband or wife: 1. Evaluation of the 7th House The 7th house of astrology symbolizes marriage and union. Planets governi...

अपनी कुंडली से अपने जीवनसाथी के बारे में कैसे जानें?

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  हर व्यक्ति के मन में यह जानने की उत्सुकता होती है कि उसका जीवनसाथी कैसा होगा , उसका स्वभाव, परिवार, आर्थिक स्थिति और जीवन में उसके साथ तालमेल कैसा रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में यह संभव है कि हम कुंडली के माध्यम से अपने भविष्य के साथी की झलक पा सकते हैं। वैदिक ज्योतिष में विशेषकर सातवां भाव (7th House) , शुक्र ग्रह (Venus) और ग्रहों की दृष्टि से यह जाना जा सकता है कि विवाह कब होगा और जीवनसाथी कैसा होगा। जीवनसाथी की जानकारी के लिए कुंडली में किन चीज़ों को देखें? 1. सप्तम भाव (7th House) कुंडली का सातवां भाव आपके जीवनसाथी और वैवाहिक जीवन का मुख्य संकेतक होता है। इस भाव में स्थित ग्रह, इस पर पड़ने वाली दृष्टियाँ और इसके स्वामी की स्थिति यह बताते हैं कि आपका जीवनसाथी कैसा होगा — उसका स्वभाव, व्यवहार और जीवन में आपकी साझेदारी कैसी रहेगी। 2. सप्तम भाव का स्वामी यदि सप्तम भाव का स्वामी मजबूत और शुभ ग्रहों के साथ है, तो जीवनसाथी समझदार, आकर्षक और सहयोगी होगा। लेकिन यदि यह पाप ग्रहों (जैसे शनि, राहु, केतु) के प्रभाव में हो तो वैवाहिक जीवन में परेशानियाँ आ सकत...

अपनी जन्मकुंडली से जानिए कैसा मिलेगा आपको जीवनसाथी? विवाह बाद कैसी रहेगी लाइफ?

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  विवाह हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर कोई चाहता है कि उसे एक ऐसा जीवनसाथी मिले जो न केवल उसकी भावनाओं को समझे बल्कि जीवनभर साथ निभाए। लेकिन सवाल यह है कि क्या हम पहले से जान सकते हैं कि हमें कैसा जीवनसाथी मिलेगा और विवाह के बाद लाइफ कैसी रहेगी? इसका उत्तर छिपा है आपकी जन्मकुंडली में। जीवनसाथी का संकेत देती है आपकी जन्मकुंडली जन्मकुंडली से जीवनसाथी कैसा होगा  — यह जानने के लिए ज्योतिष में मुख्य रूप से 7वें भाव का अध्ययन किया जाता है। 7वां भाव विवाह, जीवनसाथी और साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव के स्वामी ग्रह, उस पर दृष्टि डालने वाले अन्य ग्रह और वहां स्थित ग्रह, यह सब मिलकर आपके जीवनसाथी के स्वभाव, प्रकृति, आर्थिक स्थिति, शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में संकेत देते हैं। अगर 7वें भाव में शुभ ग्रहों का प्रभाव हो, जैसे कि बृहस्पति , शुक्र या चंद्रमा , तो जीवनसाथी स्नेही, समझदार और सहयोगी होता है। वहीं, यदि अशुभ ग्रहों जैसे राहु , केतु , शनि या मंगल का प्रभाव हो तो वैवाहिक जीवन में चुनौतियाँ आ सकती हैं। डॉ. विनय बजरंगी के अनुसार, कुंडली का गहरा वि...