Posts

Showing posts with the label Janam patrika in hindi

आपके भाग्य को समझने में कितनी कारगर होती है कुंडली?

Image
  हर व्यक्ति के जीवन में एक समय ऐसा आता है जब वह अपने भाग्य को जानने की इच्छा रखता है। क्या हमारी मेहनत ही सब कुछ तय करती है, या फिर कोई अदृश्य शक्ति हमारे जीवन की दिशा तय करती है? यही सवाल लोगों को ज्योतिष और कुंडली की ओर आकर्षित करता है। लेकिन प्रश्न यह है कि क्या वाकई में कुंडली से भाग्य को समझा जा सकता है? आइए इस विषय पर चर्चा करें। कुंडली क्या है? कुंडली, जिसे अंग्रेज़ी में Horoscope या Birth Chart कहा जाता है, एक ज्योतिषीय चार्ट होता है जो व्यक्ति के जन्म के समय ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है। यह चार्ट इस आधार पर बनाया जाता है कि जन्म के समय, जन्म स्थान और जन्म समय पर आकाश में ग्रहों की स्थिति क्या थी। इन ग्रहों की स्थितियाँ व्यक्ति के जीवन में विभिन्न क्षेत्रों — जैसे कि करियर, विवाह, स्वास्थ्य, धन आदि — पर प्रभाव डालती हैं। भाग्य और कुंडली का संबंध भाग्य यानी Fate, वह रहस्यमयी शक्ति है जिसे हम समझने का प्रयास करते हैं। ज्योतिष के अनुसार, आपका भाग्य पूरी तरह आपके कर्मों और ग्रहों पर आधारित होता है। कुंडली विश्लेषण द्वारा यह जाना जा सकता है कि किस ग्रह की स्थिति आपके जीवन म...

पत्नी की कुंडली का पति की कुंडली पर क्या प्रभाव पड़ता है?

Image
  वैदिक ज्योतिष में पति–पत्नी के संबंधों की गुणवत्ता को समझने के लिए दोनों की कुंडलियों का विश्लेषण महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेष रूप से, पत्नी की कुंडली में स्थित ग्रहों और योगों का पति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह प्रभाव पति के करियर, स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति और मानसिक संतुलन तक विस्तृत हो सकता है। इस लेख में डॉ. विनय बजरंगी आपको बताते हैं कि पत्नी की कुंडली के कौन–कौन से तत्व पति के जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं और इन प्रभावों को संतुलित करने के लिए कौन से उपाय किए जा सकते हैं। पत्नी की कुंडली में महत्वपूर्ण ग्रह और उनके प्रभाव 1. सप्तम भाव (सातवां घर): यह घर विवाह और जीवनसाथी से संबंधित होता है। यदि पत्नी की कुंडली में सप्तम भाव में शुभ ग्रह स्थित हों या इस पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो, तो यह पति के जीवन में सकारात्मकता और सफलता लाने में सहायक होता है। इसके विपरीत, यदि सप्तम भाव में अशुभ ग्रह या पाप ग्रहों की दृष्टि हो, तो यह वैवाहिक जीवन में तनाव और संघर्ष का संकेत दे सकता है। 2. बृहस्पति (गुरु): पत्नी की कुंडली में बृहस्पति को पति का कारक ग्रह माना जाता है।...