Posts

Showing posts with the label astrologer

किस क्षेत्र में शिक्षा और काम करेंगे बताती है आपकी कुंडली

Image
  करियर उसके लिए सही रहेगा। यह निर्णय अगर गलत हो जाए, तो जीवन में संघर्ष बढ़ जाता है। वेदिक ज्योतिष की मदद से हम अपनी जन्म कुंडली के माध्यम से यह जान सकते हैं कि कौन–सा शैक्षिक क्षेत्र और कैरियर भविष्यवाणी लिए उचित रहेगा। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से शिक्षा और करियर का विश्लेषण जन्म कुंडली एक ऐसा नक्शा है जो जन्म के समय ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है। आपकी कुंडली के अलग–अलग भाव (हाउस) और ग्रहों की स्थिति यह तय करते हैं कि आपकी शैक्षिक दिशा और करियर क्षेत्र क्या होगा। डॉ. विनय बजरंगी , जो कि एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य हैं, बताते हैं कि आपकी कुंडली में छिपे संकेतों को समझकर न केवल आप अपने शिक्षा क्षेत्र को स्पष्ट कर सकते हैं बल्कि यह भी जान सकते हैं कि आप भविष्य में किस पेशे में सफल होंगे। कुंडली से शिक्षा और करियर कैसे जानें? 1. पंचम भाव (5th House) — शिक्षा का मुख्य भाव पंचम भाव आपकी स्कूलिंग , स्नातक , और उच्च शिक्षा से जुड़ा होता है। यदि इस भाव में बुध , गुरु , या शुक्र जैसे शुभ ग्रह हों, तो व्यक्ति पढ़ाई में तेज होता है और उसे अच्छे संस्थान...

How to Find Best Astrologer in Noida

Image
  In the busy world of today, lots of people are seeking astrology for advice and guidance. You might have personal problems, professional problems, or relationship problems, and a good astrologer can provide you with insights through your birth chart. And yet, the world is just full of practitioners, so the real issue is how do you identify the best astrologer in Noida? In this blog, we are going to guide you with some crucial tips on how to look for a real astrologer in Noida , why education and experience are important, and give you an introduction to Dr. Vinay Bajrangi, one of the well-known names in the astrology industry. Why Picking the Right Astrologer is Important The choice of attending an astrologer to be seen must be done seriously. As much as you would not go to an inexperienced doctor who is not qualified for a medical problem, the work of an unsuitable astrologer can contribute to misdirection and errors in decision-making. That is why you need to find one who has au...

जानिए अपनी कुंडली से आपका जीवन काल कितना होगा।

Image
  वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली का उपयोग व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। कई लोग यह जानने के इच्छुक होते हैं कि क्या कुंडली के माध्यम से आयु का अनुमान लगाया जा सकता है। हालांकि, यह एक जटिल और संवेदनशील विषय है, जिसे समझने के लिए हमें कुंडली के विभिन्न घटकों और ज्योतिषीय सिद्धांतों का गहन अध्ययन करना होगा। कुंडली में आयु निर्धारण के प्रमुख घटक: 1. आठवां भाव (मृत्यु स्थान): कुंडली का आठवां भाव जीवन की लंबाई, मृत्यु के कारणों और रहस्यमय विषयों से संबंधित होता है। यदि इस भाव में कोई ग्रह स्थित नहीं है, तो इसे शुभ माना जाता है। शुभ ग्रहों की उपस्थिति जीवन की अवधि को बढ़ा सकती है, जबकि अशुभ ग्रह आयु में कमी का संकेत दे सकते हैं। विशेष रूप से, स्त्री की कुंडली में आठवें भाव में पाप ग्रह (अशुभ ग्रह) वैधव्य का संकेत दे सकते हैं। 2. आयुष्करक ग्रह (शनि): शनि ग्रह को आयु का कारक माना जाता है। शनि की स्थिति, उसकी दृष्टि, और अन्य ग्रहों के साथ उसकी युति का विश्लेषण करके आयु के बारे में अनुमान लगाया जाता है। यदि कुंडली में शनि सबसे शक्तिशाली ग्र...

क्या ज्योतिष द्वारा जीवन काल का अनुमान संभव है?

Image
  ज्योतिष एक प्राचीन विद्या है, जिसका उपयोग विभिन्न जीवन समस्याओं को सुलझाने और भविष्य का पूर्वानुमान लगाने के लिए किया जाता है। कई लोग यह जानना चाहते हैं कि क्या ज्योतिष का उपयोग करके जीवन काल को जानें संभव है। इस ब्लॉग में, हम इस प्रश्न का उत्तर खोजेंगे और समझेंगे कि ज्योतिष द्वारा जीवन काल का अनुमान कैसे लगाया जा सकता है। 1. ज्योतिष का सिद्धांत और जीवन काल की गणना ज्योतिष का आधार ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभावों पर है। हमारे जन्म के समय ग्रहों की स्थिति का अध्ययन करने के लिए कुंडली (kundali) या जन्म कुंडली (birth chart) बनाई जाती है। ज्योतिषी ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर हमारे जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं का अनुमान लगाते हैं, जिसमें हमारे स्वास्थ्य, करियर, संबंध, और यहां तक कि जीवन काल भी शामिल हैं। ज्योतिष द्वारा जीवन काल की गणना का सिद्धांत ‘आयु निर्धारण’ के नियमों पर आधारित है। इन नियमों में ग्रहों की दशा, योग, और उनके प्रभाव का विश्लेषण करके यह समझा जाता है कि किसी व्यक्ति की जीवन अवधि कैसी होगी। 2. कुंडली के माध्यम से जीवन काल का अध्ययन कुंडली में आठ...

11 या 12 नवंबर, देवउठनी एकादशी कब है?

Image
  भारत में कार्तिक मास का विशेष महत्व है, और इसी मास में देवउठनी एकादशी का पर्व बड़ी श्रद्धा और भक्ति से मनाया जाता है। इसे देवप्रबोधिनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। यह दिन विष्णु भगवान के चार महीने की योग निद्रा के बाद जागने का प्रतीक है। इस अवसर पर लोग विवाह, गृह प्रवेश, व्रत, और विभिन्न शुभ कार्यों की शुरुआत करते हैं। लेकिन इस वर्ष देवउठनी एकादशी की तिथि को लेकर कुछ असमंजस है। कई लोगों के मन में यह सवाल है कि देवउठनी एकादशी 2024 में 11 नवंबर को मनाई जाएगी या 12 नवंबर को? आइए, इस पर विस्तार से चर्चा करें और इसके शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी प्राप्त करें। देवउठनी एकादशी का महत्व देवउठनी एकादशी का महत्व धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत अधिक है। यह दिन उस समय को दर्शाता है जब भगवान विष्णु चातुर्मास की नींद से जागते हैं और इस दिन से सभी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, यज्ञोपवीत, गृह प्रवेश और अन्य शुभ कार्यों की अनुमति प्राप्त होती है। हिंदू धर्म में इसे अत्यंत पवित्र माना गया है, और लोग इस दिन व्रत, पूजा और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। देवउठनी एकादशी 2024: 11 या 12 नवं...

छोटी दिवाली 2024: इस दिवाली बिजनेस ग्रोथ के लिए मिलेगा सॉल्यूशन

Image
  वाली का पर्व हमेशा से समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। छोटी दिवाली, जो दिवाली के एक दिन पहले मनाई जाती है, बिजनेस ग्रोथ के लिए विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। अगर आपका व्यवसाय धीमा चल रहा है या आप अपने व्यापार में तेजी से उन्नति करना चाहते हैं, तो इस छोटी दिवाली 2024 पर  ज्योतिषीय उपाय  आपके लिए समाधान हो सकते हैं। कुंडली में देखें व्यापार के योग आपके जन्म कुंडली (Birth Chart) में ग्रहों की स्थिति यह दर्शाती है कि आपका व्यवसाय किस दिशा में जाएगा। अगर आपकी कुंडली में सही योग नहीं हैं या ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं है, तो इससे बिजनेस ग्रोथ में अड़चने आ सकती हैं।  व्यवसाय ज्योतिष  (Business Astrology) के अनुसार, कुंडली में मंगल, बुध, और शुक्र ग्रह व्यापार के लिए मुख्य कारक माने जाते हैं। अगर ये ग्रह कमजोर स्थिति में हैं तो व्यापार में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। व्यापारिक सफलता के लिए ग्रहों का आशीर्वाद व्यापार के विकास के लिए ग्रहों की अनुकूल स्थिति महत्वपूर्ण होती है। आपकी  जन्म कुंडली  ( Birth Chart ) में ग्रहों का गोचर या उनकी स्थिति ...

करवा चौथ 2024 | सुखी वैवाहिक जीवन | जीवनसाथी की भविष्यवाणी

Image
    karva-chauth-2024 करवा चौथ एक ऐसा पर्व है जिसे भारतीय संस्कृति में वैवाहिक जीवन की सफलता और दीर्घायु के लिए खास महत्व दिया जाता है। इस खास दिन पर महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और पूरे दिन बिना जल व भोजन ग्रहण किए अपनी अटूट आस्था का परिचय देती हैं। करवा चौथ सिर्फ एक व्रत नहीं, बल्कि वैवाहिक जीवन की खुशियों और प्रेम का प्रतीक भी है। इस मौके पर हम ज्योतिष और जन्म कुंडली के माध्यम से अपने भविष्य और वैवाहिक जीवन में आने वाली चुनौतियों के बारे में जान सकते हैं। करवा चौथ का ज्योतिषीय महत्व ज्योतिष के अनुसार  करवा चौथ  का पर्व वैवाहिक जीवन को सुखमय और संतुलित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस दिन, महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के साथ–साथ अपने वैवाहिक जीवन में शांति और समृद्धि की कामना करती हैं। कई बार हमारे वैवाहिक जीवन में कुछ अनचाही बाधाएं आती हैं, जिन्हें कुंडली और ज्योतिष के माध्यम से देखा जा सकता है। जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति हमारे वैवाहिक जीवन के बारे में बहुत कुछ बता सकती है। जैसे कि चंद्रमा और शुक्र ग्रह का प्रभाव आपके जीवनसाथी...

कुंडली से कैसे जानें, किस उम्र में होगी आपकी शादी और कैसा होगा जीवनसाथी?

Image
शादी कब होगी इस प्रश्न का उत्तर ज्योतिष की सहायता से आसानी से जाना जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार व्यक्ति के जीवन में होने वाली प्रत्येक घटना का संबंध ग्रह नक्षत्रों के प्रभाव एवं कर्मों की अवधारणा द्वारा ही संभव होती है। शादी विवाह से जुड़े प्रश्नों को जन्म कुंडली अनुसार समझा जा सकता है जिसमें कुंडली के कुछ विशेष भाव–ग्रह अपनी अग्रीण भूमिका में होते हैं। किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सातवां भाव व्यक्ति के वैवाहिक जीवन से संबंधित सुखों को बताता है। कुंडली में विवाह संबंधित भाव ग्रहों का विश्लेषण करके, ग्रह एवं दशा गोचर की स्थिति को देख कर शादी की उम्र के बारे में तो जान सकते ही हैं और साथ ही आपका जीवन साथी कैसे गुणों वाला होगा इन बातों को भी आसानी से जाना जा सकता है। और इस भाव को दारा भाव भी कहा जाता है अर्थात जीवनसाथी का भाव और इस भाव की शुभता अशुभता का प्रभाव विवाह के बारे में जानकारी देने वाला होता है। कुछ विद्वान शादी के बारे में जानकारी के लिए सातवें भाव का विश्लेषण करते हैं जो उचित है लेकिन इस भाव को ही निर्णय के लिए मुख्य मान लेना उचित नहीं होगा। विवाह के लिए सातवां भाव, प...

आपकी कुंडली आपको सही करियर चुनने में कैसे मदद कर सकती है

Image
  किसी भी व्यक्ति के लिए उसका करियर बहुत ज्यादा मायने रखता है। जीवन में करियर का चुनाव करना एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय होता है। सही समय पर सही करियर का चुनाव करना जीवन की दिशा बदल सकता है। करियर की सफलता और असफलता हमारे भविष्य में बड़ा बदलाव ला सकती है। अगर आप अपने लिए एक सक्सेसफुल करियर को चुनने में कंफ्यूज हो रहें हैं तो करियर ज्योतिष इसमें आपकी मदद कर सकता है। एक अनुभवी ज्योतिषी आपकी  जन्म कुंडली के अनुसार सही करियर का चयन  करने में आपकी मदद कर सकता है। ज्योतिष की सहायता से कैसे तय करें कि व्यवसाय करना है या नौकरी? हर व्यक्ति अपनी योग्यतानुसार ही अपने करियर का चुनाव करता है। कई बार यह समझना मुश्किल होता है कि हमें व्यवसाय करना चाहिए या नौकरी।  करियर ज्योतिष  इसमें आपकी मदद कर सकता है। आपकी जन्म कुंडली, यानी जन्म के समय और स्थान के आधार पर बनाई गई आपके ग्रहों की स्थिति, इस बात की जानकारी देती है कि किस क्षेत्र में आपकी सफलता की संभावना अधिक है। करियर   राशिफल  के अनुसार हम किसी की कुंडली के आधार पर उसके करियर के बारे में सबकुछ जान सकते हैं। कुंडली स...