भारतीय लोग शादी से पहले कुंडली क्यों देखते हैं?

भारत में शादी को केवल दो लोगों का मिलन नहीं बल्कि दो परिवारों का आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक बंधन माना जाता है। भारतीय परंपराओं में, शादी से पहले कुंडली मिलान या कुंडली देखना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर भारतीय लोग शादी से पहले कुंडली क्यों देखते हैं ? क्या यह सिर्फ एक पुरानी परंपरा है या इसके पीछे कोई ज्योतिषीय कारण भी है? इस विषय पर डॉ. विनय बजरंगी , जो कि एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषी हैं, का कहना है कि कुंडली मिलान/ kundali matching से ना केवल दो लोगों के स्वभाव और जीवनशैली की संगति का मूल्यांकन होता है, बल्कि विवाह के बाद आने वाली चुनौतियों और संभावनाओं का भी पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। कुंडली मिलान क्या है? कुंडली या जन्म पत्रिका एक ज्योतिषीय चार्ट होता है, जो व्यक्ति के जन्म के समय, तिथि और स्थान के आधार पर बनाया जाता है। इसमें ग्रहों की स्थिति, नक्षत्र और भावों का विस्तृत विवरण होता है। शादी के लिए कुंडली मिलान , जिसे गुण मिलान भी कहा जाता है, के माध्यम से यह देखा जाता है कि लड़का और लड़की एक–दूसरे के साथ कितने...