क्या जन्म कुंडली जन्म समय के बिना सटीक होती है?

भारतीय ज्योतिष में जन्म कुंडली (Birth Chart) को व्यक्ति के जीवन का दर्पण कहा जाता है। यह जन्म के समय ग्रहों की स्थिति के आधार पर बनाई जाती है, जो भविष्य की घटनाओं, स्वभाव, करियर, विवाह, स्वास्थ्य आदि की सटीक जानकारी देती है। लेकिन एक बड़ा सवाल अक्सर उठता है — क्या जन्म कुंडली जन्म समय के बिना सटीक हो सकती है? इस प्रश्न का उत्तर स्पष्ट है: नहीं, बिना जन्म समय के पूर्ण सटीकता संभव नहीं होती। जन्म समय क्यों ज़रूरी होता है? जन्म समय ( Birth Time ) केवल घड़ी में दर्ज किया हुआ एक समय नहीं होता, बल्कि यह बताता है कि किसी विशेष स्थान पर, एक विशेष क्षण में, ग्रह और नक्षत्र किस स्थिति में थे। यही स्थिति व्यक्ति के लग्न (Ascendant) और भाव (Houses) को निर्धारित करती है। ज्योतिष द्वारा जन्म समय सुधार | उदाहरण के लिए: · केवल 4 मिनट का अंतर लग्न को बदल सकता है। · नवमांश कुंडली (D-9), दशांश (D-10), और अन्य वर्ग कुंडलियाँ (Divisional Charts) भी जन्म समय के आधार पर बनती हैं। · करियर, विवाह, संतान और मृत्यु जैसी विशेष भविष्यवाणियाँ बिना सही समय के असंभव हो सकती ह...