स्वास्थ्य भविष्यवाणी के लिए कुंडली का उपयोग कैसे करें?

हमारी कुंडली न केवल हमारे भविष्य , विवाह , या करियर की जानकारी देती है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य से संबंधित संभावित समस्याओं और उनकी समाधान के बारे में भी संकेत देती है। स्वास्थ्य भविष्यवाणी ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। सही तरीके से जन्म कुंडली का विश्लेषण करने से यह जाना जा सकता है कि किसी व्यक्ति को जीवन में किन–किन स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और उनसे कैसे बचा जा सकता है। कुंडली में स्वास्थ्य का महत्व स्वास्थ्य की स्थिति को जानने के लिए कुंडली में विशेष रूप से पहला भाव (लग्न भाव) , छठा भाव , आठवां भाव , और बारहवां भाव का विशेष महत्व होता है। इन भावों में स्थित ग्रह और उनके साथ बने योग बताते हैं कि व्यक्ति को किस प्रकार की बीमारियों की संभावना है और किस उम्र में वे प्रकट हो सकती हैं। · लग्न भाव : यह व्यक्ति के शरीर, रूप–रंग और संपूर्ण स्वास्थ्य को दर्शाता है। · छठा भाव : यह रोग , दैनिक समस्याएं , और शत्रुओं का भाव है। · आठवां भाव : यह भाव दीर्घकालिक रोग , अचानक दुर्घटनाएं और आयु को दर्शाता...