ज्योतिषी आपकी कुंडली द्वारा विवाह की समस्याओं का समाधान कैसे कर सकते हैं

भारत में विवाह को सिर्फ दो लोगों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन माना जाता है। लेकिन आज के समय में कई लोग विवाह में देरी , कुंडली दोष , या वैवाहिक जीवन में तनाव जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में एक अनुभवी ज्योतिषी आपकी कुंडली के माध्यम से न केवल समस्या की जड़ तक पहुंच सकते हैं, बल्कि उसका सटीक समाधान भी बता सकते हैं। डॉ. विनय बजरंगी , जो कि एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य हैं, मानते हैं कि हर व्यक्ति की कुंडली में विवाह से जुड़े सभी संकेत पहले से मौजूद होते हैं। सही विश्लेषण से आप जान सकते हैं कि विवाह कब होगा , कैसा जीवनसाथी मिलेगा , और अगर कोई दोष है तो उसका उपाय क्या हो सकता है। कुंडली और विवाह में संबंध कुंडली विश्लेषण में मुख्य रूप से सप्तम भाव (7th house) देखा जाता है, जो कि विवाह , जीवनसाथी , और वैवाहिक जीवन से संबंधित होता है। इसके अलावा शुक्र , गुरु , और मंगल ग्रह भी विवाह में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। जब इन ग्रहों की स्थिति अनुकूल न हो या सप्तम भाव पीड़ित हो, तो व्यक्ति को विवाह में समस्याएं आ सकती हैं। विवाह की समस्याएं जो कुंडली द्वारा पहचानी...