क्या शादी के बाद कुंडली बदल जाती है? – एक ज्योतिषीय दृष्टिकोण

भारतीय संस्कृति में कुंडली ( जन्म पत्रिका ) का विशेष महत्व है। जीवन के हर बड़े निर्णय जैसे शादी , करियर, संतान आदि से पहले कुंडली देखना आम बात है। लेकिन एक बहुत आम सवाल यह है — “क्या शादी के बाद कुंडली बदल जाती है?” यह सवाल कई लोगों के मन में आता है, विशेष रूप से महिलाओं के, जिनकी शादी के बाद कई जीवन परिस्थितियाँ बदल जाती हैं। शादी के बाद कुंडली क्यों नहीं बदलती? कुंडली व्यक्ति के जन्म समय, जन्म स्थान और जन्म तिथि के आधार पर बनती है। ये तीनों जीवन भर स्थिर रहते हैं और इसलिए कुंडली भी स्थायी रहती है। शादी एक सामाजिक और भावनात्मक बंधन है, लेकिन इससे आपकी मूल कुंडली या लग्न कुंडली नहीं बदलती। लेकिन फिर भी यह भ्रम क्यों होता है कि शादी के बाद कुंडली बदलती है? कुंडली नहीं, ग्रहों का प्रभाव बदलता है जब कोई व्यक्ति विवाह करता है, तो उसकी जिंदगी में एक नया व्यक्ति आता है, जिससे उसका ग्रहों का मिलन होता है। इसका सीधा असर दोनों की वैवाहिक जीवन , स्वभाव , और जीवन की दिशा पर पड़ता है। विशेष रूप से निम्नलिखित कारणों से यह प्रभाव देखा जाता है: ग्रहों की दशा और ...