कैसे जानें कुंडली में छुपा है, आपका मकान कब मिलेगा?

हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका एक स्वयं का घर हो — एक ऐसी जगह जो केवल उसकी हो, जहां वह अपने परिवार के साथ शांति से रह सके। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके अपने घर का सपना कब पूरा होगा, इसका उत्तर आपकी कुंडली में छिपा होता है? वास्तु योग, गृह प्राप्ति योग, और चतुर्थ भाव जैसे संकेत कुंडली में आपको मकान कब मिलेगा । इस ब्लॉग में जानिए कि कैसे ज्योतिषीय विश्लेषण से यह जाना जा सकता है कि आपका सपनों का घर कब मिल सकता है। साथ ही, हम जानेंगे कि डॉ. विनय बजरंगी , एक जाने–माने वैदिक ज्योतिषाचार्य, इस विषय पर क्या दृष्टिकोण रखते हैं। कुंडली में मकान मिलने के योग कैसे बनते हैं? जब हम किसी की कुंडली का विश्लेषण करते हैं, तो सबसे पहले हम चतुर्थ भाव (4th House) की स्थिति पर ध्यान देते हैं। चतुर्थ भाव को प्रॉपर्टी, घर, माँ, और सुख–सुविधाओं का भाव माना जाता है। अगर इस भाव में शुभ ग्रह बैठे हों या शुभ दृष्टि हो, तो व्यक्ति को जल्दी मकान मिल सकता है। मुख्य कारक ग्रह: चंद्रमा — मानसिक सुख और घर से जुड़ा ग्रह। शुक्र — विलासिता और सुविधाएं प्रदान करने वाला ग्रह। बुध — जमीन–जायदाद के सौदे में समझदा...