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Showing posts from April, 2025

मई 2025 के लिए ज्योतिष भविष्यवाणी: ट्रांजिट, रेट्रोग्रेड, चंद्र चक्र और अन्य

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  मई 2025 का महीना खगोलीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस माह में कई प्रमुख ग्रहों के गोचर ( Planetary Transits ), वक्री ग्रहों की स्थितियां (Retrogrades) और चंद्र चक्र की गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी, जो जीवन के सभी पहलुओं पर प्रभाव डाल सकती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि मई 2025 की ग्रह चाल कैसे आपके करियर, विवाह, स्वास्थ्य, और धन के क्षेत्र में परिवर्तन ला सकती है। यह जानकारी प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषाचार्य Dr. Vinay Bajrangi द्वारा दिए गए मार्गदर्शन पर आधारित है। मई 2025 के प्रमुख ग्रह गोचर (Important Planetary Transits in May 2025) बुध का गोचर (Mercury Transit)  — 9 मई 2025 को बुध वृषभ राशि में प्रवेश करेगा। यह गोचर वाणी, लेखन, और व्यापारिक निर्णयों में स्थिरता और स्पष्टता लाएगा। यह समय बिजनेस प्लानिंग के लिए बेहद अनुकूल है। शुक्र का गोचर (Venus Transit)  — 12 मई को शुक्र मिथुन राशि में गोचर करेगा। यह गोचर प्रेम संबंधों, सौंदर्य, और आकर्षण में वृद्धि करेगा। कला, मीडिया और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के लिए यह समय फायदेमंद हो सकता है। सूर्य का गोचर (Sun Transit)  — 14 मई को ...

क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है?

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  ज्योतिष शास्त्र एक अद्भुत विज्ञान है जो ग्रहों, नक्षत्रों और उनके प्रभावों के आधार पर मानव जीवन में होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है। आज भी लोग यह सवाल करते हैं कि क्या ज्योतिष जीवन की घटनाओं की भविष्यवाणी कर सकता है ? इस प्रश्न का उत्तर है — बिल्कुल कर सकता है, लेकिन इसके लिए सही ढंग से जन्म कुंडली ( Birth Chart ) का विश्लेषण करना आवश्यक होता है। ज्योतिष और जीवन की घटनाएँ वैदिक ज्योतिष के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति का जीवन उसके जन्म के समय ग्रहों की स्थिति से गहराई से प्रभावित होता है। जन्म के समय ग्रहों की जो स्थिति होती है, वही आगे चलकर जीवन की विभिन्न घटनाओं को आकार देती है। उदाहरण के लिए: · विवाह कब होगा? · संतान सुख कब मिलेगा ? · कैरियर में सफलता कब आएगी? · स्वास्थ्य समस्याएँ कब हो सकती हैं? · विदेश यात्रा कब संभव है? इन सभी प्रश्नों का उत्तर एक सटीक ज्योतिषीय विश्लेषण से प्राप्त किया जा सकता है। ज्योतिष की सटीकता कैसे सुनिश्चित होती है? भविष्यवाणी की सटीकता कई बातों पर निर्भर करती है: · सही जन्म विवरण (जन्म समय, स्थान और तिथ...

कुंडली मिलान में कम गुण मिलान स्कोर दिखने पर क्या करें?

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  शादी से पहले कुंडली मिलान भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण परंपरा है। जब दो लोगों के विवाह का विचार किया जाता है, तो सबसे पहले उनकी कुंडली मिलान करवाई जाती है। इसमें मुख्य रूप से गुण मिलान स्कोर (Ashtakoota Matching) देखा जाता है। कुल 36 अंकों में से यदि 18 या उससे अधिक अंक मिलते हैं तो उसे सामान्यतः विवाह के लिए शुभ माना जाता है। लेकिन अगर गुण मिलान स्कोर कम आए तो चिंता होना स्वाभाविक है। सवाल उठता है — अब क्या करें? इस विषय में जाने–माने ज्योतिषाचार्य डॉ. विनय बजरंगी (Dr. Vinay Bajrangi) बताते हैं कि केवल गुण मिलान ही शादी के लिए अंतिम निर्णय का आधार नहीं होना चाहिए। आइए विस्तार से समझते हैं। कुंडली मिलान में कम अंक क्यों आते हैं? गुण मिलान स्कोर आठ मुख्य पहलुओं (वर्ण, वश्य, तारा, योनि, ग्रह मैत्री, गण, भकूट और नाड़ी) पर आधारित होता है। हर एक पहलू का अपना अलग महत्व होता है। कभी–कभी, किसी एक या दो पहलुओं में गंभीर दोष होने के कारण स्कोर बहुत कम हो सकता है। उदाहरण के लिए: · नाड़ी दोष या भकूट दोष मिलना ज्योतिषीय दृष्टि से विवाह में बाधक माना जाता है। ·...

अपनी जन्मकुंडली से जानिए कैसा मिलेगा आपको जीवनसाथी? विवाह बाद कैसी रहेगी लाइफ?

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  विवाह हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर कोई चाहता है कि उसे एक ऐसा जीवनसाथी मिले जो न केवल उसकी भावनाओं को समझे बल्कि जीवनभर साथ निभाए। लेकिन सवाल यह है कि क्या हम पहले से जान सकते हैं कि हमें कैसा जीवनसाथी मिलेगा और विवाह के बाद लाइफ कैसी रहेगी? इसका उत्तर छिपा है आपकी जन्मकुंडली में। जीवनसाथी का संकेत देती है आपकी जन्मकुंडली जन्मकुंडली से जीवनसाथी कैसा होगा  — यह जानने के लिए ज्योतिष में मुख्य रूप से 7वें भाव का अध्ययन किया जाता है। 7वां भाव विवाह, जीवनसाथी और साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव के स्वामी ग्रह, उस पर दृष्टि डालने वाले अन्य ग्रह और वहां स्थित ग्रह, यह सब मिलकर आपके जीवनसाथी के स्वभाव, प्रकृति, आर्थिक स्थिति, शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में संकेत देते हैं। अगर 7वें भाव में शुभ ग्रहों का प्रभाव हो, जैसे कि बृहस्पति , शुक्र या चंद्रमा , तो जीवनसाथी स्नेही, समझदार और सहयोगी होता है। वहीं, यदि अशुभ ग्रहों जैसे राहु , केतु , शनि या मंगल का प्रभाव हो तो वैवाहिक जीवन में चुनौतियाँ आ सकती हैं। डॉ. विनय बजरंगी के अनुसार, कुंडली का गहरा वि...

Tomorrow Horoscope – The Stars And Their Guidance

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  The weekend starts with a shift in emotional energy as the Moon moves from Virgo into Libra. The Moon’s movement brings heightened focus towards relationships, diplomacy and seeking balance. Practicality is still maintained by the Sun in Earthy Taurus, however, Mercury retrograde in Aries continues to instigate friction and communication problems. Consciously fostering detachment, paradoxically, makes one appreciate beauty in small things — beauty that can be lost. Seeking peace in love, clarity in finances, health stability, or career growth? Whatever it is, use this smartphone-developed tomorrow horoscope, which seeks to give every zodiac sign prudence as they navigate through the cosmos. Know About All Zodiac Signs Tomorrow Aries The emotional ebb and flow of close relationships is prominent with the impending shift of the Moon into Libra. In tomorrow horoscope for Aries , heart-to-heart conversations meant to mend past misunderstandings get long overdue. Frankly, cancer...

जल्दी शादी के लिए कौन से ज्योतिषीय उपाय करें?

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  विवाह हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। लेकिन कई बार ऐसा देखा गया है कि व्यक्ति की शादी में बाधाएं , विलंब , या सही जीवनसाथी नहीं मिलने जैसी समस्याएं आती हैं। अगर आपकी शादी में भी देरी हो रही है, तो यह केवल सामाजिक कारणों से नहीं बल्कि आपकी कुंडली में ग्रह दोष या विवाह योग के कमजोर होने की वजह से भी हो सकता है। ऐसे में जल्दी शादी के लिए ज्योतिषीय उपाय न केवल उपयोगी हो सकते हैं, बल्कि आपके वैवाहिक जीवन में खुशहाली भी ला सकते हैं। कुंडली में विवाह योग की जांच करें डॉ. विनय बजरंगी जैसे अनुभवी ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि विवाह में देरी के पीछे सबसे बड़ा कारण जन्म कुंडली में विवाह योग का कमजोर होना है। ऐसे में सबसे पहले किसी अच्छे ज्योतिष से अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण करवाना जरूरी होता है। कुंडली में सप्तम भाव , शुक्र, गुरु और चंद्रमा जैसे ग्रहों की स्थिति को देखकर यह अनुमान लगाया जाता है कि विवाह में देरी क्यों हो रही है और कैसे इसका समाधान किया जा सकता है। जल्दी शादी के लिए उपाय यहां कुछ प्रभावी ज्योतिषीय उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आ...

Astrology Knows Who You’ll Fall in Love With

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  ot someone else? Astrology knows. Your birth chart not just tells you your personality traits but your love future too. Knowing your zodiac sign, planetary alignment, and house positions can inform you about the person you’ll most probably fall in love with. Yes,  Love astrology  knows that person you will fall in love with, and here’s how. The Application of Your Birth Chart in Love Your  birth chart  is a diagram of the sky at the exact time of your birth. It shows where all the planets were and how they influence your life. In the context of love, astrologers are concerned with: The 7th house (House of Partnership) Where Venus (planet of love) is Where Mars (planet of passion) is Where the Moon (emotions) is Both of these let you know your ideal mate, the way you express love, and what you need in your love relationship. With your chart, according to  Dr. Vinay Bajrangi , India’s expert astrologer, you can learn much more than your sun sign. It shows ...

कुंडली मिलान में नाड़ी दोष के प्रभाव और बचने के ज्योतिषी उपाय

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  भारतीय वैदिक ज्योतिष में कुंडली मिलान को विवाह से पहले एक आवश्यक प्रक्रिया माना जाता है। यह केवल लड़का और लड़की की जन्म राशियों का मिलान नहीं होता, बल्कि मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक सामंजस्य की भी जांच होती है। इसमें सबसे अहम विषयों में से एक है —  नाड़ी दोष (Nadi Dosha) । नाड़ी दोष को गंभीर माना जाता है क्योंकि यह वैवाहिक जीवन में स्वास्थ्य, संतान सुख, भावनात्मक तालमेल और दांपत्य शांति को प्रभावित कर सकता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे: · नाड़ी दोष क्या है? · नाड़ी दोष क्यों होता है? · इसके दुष्प्रभाव क्या हैं? · और इससे बचने के प्रभावी ज्योतिषीय उपाय क्या हैं। नाड़ी दोष क्या होता है? जन्म कुंडली में नाड़ी मिलान 8 गुणों में से एक है, जो दो व्यक्तियों के प्राकृतिक स्वभाव और शारीरिक संगति का प्रतिनिधित्व करता है। नाड़ी तीन प्रकार की होती है: 1. आदि नाड़ी 2. मध्य नाड़ी 3. अंत्य नाड़ी यदि वर और वधू की नाड़ी समान पाई जाती है (जैसे दोनों की आदि नाड़ी हो), तो नाड़ी दोष बनता है। नाड़ी दोष के प्रभाव अगर नाड़ी दोष अनदेखा कर दिया जाए, तो यह वैवाहिक जीवन में निम...