भारतीय लोग शादी से पहले कुंडली क्यों देखते हैं?

 

भारत में शादी को केवल दो लोगों का मिलन नहीं बल्कि दो परिवारों का आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक बंधन माना जाता है। भारतीय परंपराओं में, शादी से पहले कुंडली मिलान या कुंडली देखना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर भारतीय लोग शादी से पहले कुंडली क्यों देखते हैं? क्या यह सिर्फ एक पुरानी परंपरा है या इसके पीछे कोई ज्योतिषीय कारण भी है?

इस विषय पर डॉ. विनय बजरंगी, जो कि एक प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषी हैं, का कहना है कि कुंडली मिलान/kundali matching से ना केवल दो लोगों के स्वभाव और जीवनशैली की संगति का मूल्यांकन होता है, बल्कि विवाह के बाद आने वाली चुनौतियों और संभावनाओं का भी पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।

कुंडली मिलान क्या है?

कुंडली या जन्म पत्रिका एक ज्योतिषीय चार्ट होता है, जो व्यक्ति के जन्म के समय, तिथि और स्थान के आधार पर बनाया जाता है। इसमें ग्रहों की स्थिति, नक्षत्र और भावों का विस्तृत विवरण होता है। शादी के लिए कुंडली मिलान, जिसे गुण मिलान भी कहा जाता है, के माध्यम से यह देखा जाता है कि लड़का और लड़की एक–दूसरे के साथ कितने अनुकूल हैं।

भारतीय लोग शादी से पहले कुंडली क्यों मिलाते हैं?

1. सामंजस्य और अनुकूलता का मूल्यांकन

गुण मिलान, जो कि अष्टकूट मिलान प्रणाली पर आधारित होता है, में 36 में से न्यूनतम 18 गुणों का मेल होना आवश्यक होता है। यह मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्तर पर सामंजस्य की जांच करता है।

2. दोषों की पहचान (मांगलिक दोष आदि)

मंगल दोष, कालसर्प दोष, और नाड़ी दोष जैसे कई ज्योतिषीय दोष होते हैं जो वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकते हैं। यदि ये दोष समय रहते पहचाने जाएं, तो इनके उपाय करके विवाह को सफल बनाया जा सकता है। डॉ. विनय बजरंगी के अनुसार, उचित ज्योतिषीय समाधान से इन दोषों को नियंत्रित किया जा सकता है।

3. स्वास्थ्य और आयु का संतुलन

कुंडली के माध्यम से दोनों व्यक्तियों के स्वास्थ्य और आयु संबंधी संभावनाओं का विश्लेषण किया जाता है। इससे यह जाना जा सकता है कि दांपत्य जीवन में किसी स्वास्थ्य संबंधित समस्या का सामना तो नहीं करना पड़ेगा।

4. आर्थिक स्थिरता और करियर

शादी के बाद आर्थिक जीवन कितना मजबूत रहेगा, इसका संकेत भी कुंडली से मिल सकता है। यदि दोनों की कुंडलियों में आर्थिक प्रगति और सहयोग के संकेत हों, तो पारिवारिक जीवन अधिक सुखद हो सकता है।

5. संतान सुख और पारिवारिक जीवन

डॉ. विनय बजरंगी का मानना है कि शादी से पहले कुंडली मिलाने का एक अहम कारण यह भी है कि भविष्य में संतान संबंधी कोई समस्या न आए। कुंडली से यह जाना जा सकता है कि संतान प्राप्ति में बाधा है या नहीं।

डॉ. विनय बजरंगी का दृष्टिकोण

वर्तमान डिजिटल युग में लोग इंटरनेट पर ऑनलाइन कुंडली मिलान पर निर्भर हो गए हैं, लेकिन उसमें व्यक्तिगत विश्लेषण की कमी होती है। ऐसे में डॉ. विनय बजरंगी जैसे अनुभवी वैदिक ज्योतिषियों की भूमिका बहुत अहम हो जाती है। उनका वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण विवाह के लिए उपयुक्त निर्णय लेने में मदद करता है।

क्या आज के युग में कुंडली मिलान जरूरी है?

आज के मॉडर्न समय में भले ही कुछ लोग कुंडली मिलान को पुराने विचारों से जोड़कर देखते हों, परंतु जब भी जीवनसाथी के साथ एक दीर्घकालिक रिश्ता बनाने की बात आती है, तो यह प्रक्रिया आज भी उतनी ही उपयोगी और प्रासंगिक है।

FAQ: शादी से पहले कुंडली क्यों देखी जाती है?

प्र.1: क्या प्रेम विवाह के लिए भी कुंडली मिलान जरूरी है?
उत्तर: हां, प्रेम विवाह में भी कुंडली मिलाना जरूरी है क्योंकि इससे भविष्य में आने वाली चुनौतियों का पूर्वानुमान और समाधान मिल सकता है।

प्र.2: अगर गुण कम मिलते हैं तो क्या विवाह नहीं करना चाहिए?
उत्तर: नहीं, अगर गुण कम मिलते हैं, तो ज्योतिषीय उपायों से इसे संतुलित किया जा सकता है। इस विषय में डॉ. विनय बजरंगी जैसे विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

प्र.3: मंगल दोष हो तो क्या शादी नहीं हो सकती?
उत्तर: ऐसा बिल्कुल नहीं है। मांगलिक दोष के लिए विशेष ज्योतिषीय उपाय होते हैं, जैसे कि विशेष पूजा, रत्न धारण, या मांगलिक व्यक्ति से पहले एक विशेष विवाह करना।

प्र.4: क्या कुंडली मिलान वैज्ञानिक है?
उत्तर: यह पारंपरिक वैदिक गणना प्रणाली पर आधारित है जो हजारों वर्षों से प्रयोग में है। हालांकि इसे वैज्ञानिक तरीके से प्रमाणित नहीं किया गया है, लेकिन इसका अनुभवजन्य लाभ लाखों लोगों ने पाया है।

प्र.5: क्या केवल कुंडली मिलान से ही शादी सफल हो जाती है?
उत्तर: कुंडली मिलान एक मार्गदर्शक है। लेकिन सफल विवाह के लिए समझदारी, प्रेम और परस्पर सम्मान भी जरूरी हैं।

निष्कर्ष

इसलिए यह समझना जरूरी है कि शादी से पहले कुंडली देखना केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक और तर्कसंगत प्रक्रिया है। यह न केवल दो व्यक्तियों की संगति को जांचती है, बल्कि जीवन की कई महत्वपूर्ण पहलुओं का पूर्वानुमान लगाकर उचित निर्णय लेने में मदद करती है।

यदि आप भी अपने विवाह को सफल बनाना चाहते हैं, तो कुंडली मिलवाने से पहले किसी अनुभवी और योग्य ज्योतिषाचार्य, जैसे कि डॉ. विनय बजरंगी से परामर्श जरूर लें।

किसी भी विशिष्ट मुद्दे के लिए, मेरे कार्यालय @ +91 9999113366 से संपर्क करें। भगवान आपको एक खुशहाल जीवन आनंद प्रदान करें।

Source: https://kundlihindi.com/blog/bhartiya-log-shadi-se-pehle-kundli-milan-kyu-karte-hai/

Comments

Popular posts from this blog

Best Marriage Dates in 2025 - Auspicious Hindu Wedding

Can We Match Kundali Without Time?

शनि के रहस्य और मीन राशि में शनि के गोचर का प्रभाव