Health Astrology: हमें लंबा जीवन जीने के लिए क्या करना चाहिए?

 

हर कोई चाहता है कि वह स्वस्थ और लंबा जीवन जिए। लेकिन कई बार हम बीमारियों, मानसिक तनाव और जीवनशैली की गलतियों के कारण परेशानियों से घिर जाते हैं। आधुनिक विज्ञान स्वास्थ्य के लिए डाइट और व्यायाम की सलाह देता है, वहीं ज्योतिष शास्त्र भी हमें यह बताता है कि किस प्रकार ग्रहों की स्थिति हमारे स्वास्थ्य और दीर्घायु को प्रभावित करती है।

अगर जन्म कुंडली में स्वास्थ्य से जुड़े भाव और ग्रह मजबूत हों, तो व्यक्ति लंबा, स्वस्थ और सुखी जीवन जी सकता है। वहीं अगर ये भाव और ग्रह कमजोर हों, तो व्यक्ति को बार–बार बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि स्वास्थ्य ज्योतिष/Health Astrology में किन भावों और ग्रहों का महत्व है और लंबा जीवन जीने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।

स्वास्थ्य और दीर्घायु से जुड़े भाव

1. प्रथम भाव (लग्न भाव) — यह आपके शरीर, व्यक्तित्व और संपूर्ण स्वास्थ्य को दर्शाता है।

2. अष्टम भाव — यह आयु और दुर्घटनाओं से जुड़ा भाव है।

3. षष्ठ भाव — रोग और शत्रुओं का भाव। इसमें ग्रहों की स्थिति रोगों की संभावना बताती है।

4. आयु भाव — मुख्य रूप से अष्टम और अष्टमेश (8th house lord) व्यक्ति की आयु का निर्धारण करते हैं।

स्वास्थ्य पर असर डालने वाले ग्रह

· सूर्य — हृदय और हड्डियों का कारक।

· चंद्रमा — मानसिक स्वास्थ्य और भावनाओं का कारक।

· मंगल — रक्त और ऊर्जा का कारक।

· शनि — दीर्घायु और रोगों से मुक्ति का कारक।

· बृहस्पति — अच्छे स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता का कारक।

लंबा जीवन जीने के लिए ज्योतिषीय उपाय

1. ग्रहों की शांति

· सूर्य के लिए — प्रतिदिन सुबह सूर्य को जल अर्पित करें और “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।

· चंद्रमा के लिए — सोमवार को सफेद वस्त्र पहनें, दूध या चावल का दान करें।

· शनि के लिए — शनिवार को तेल का दान करें और जरूरतमंदों की मदद करें।

2. मंत्र और जप

· महामृत्युंजय मंत्र — नियमित जप से रोग–शांति और दीर्घायु प्राप्त होती है।

· नमः शिवाय — यह मंत्र मानसिक और शारीरिक शांति देता है।

3. रत्न धारण

· माणिक्य (सूर्य का रत्न): ऊर्जा और हृदय को मजबूत करता है।

· मोती (चंद्रमा का रत्न): मानसिक शांति और नींद की समस्या से मुक्ति देता है।

· नीलम (शनि का रत्न): आयु और स्थिरता को बढ़ाता है (धारण से पहले परामर्श ज़रूरी)।

4. जीवनशैली और पूजा–पाठ

· प्रतिदिन योग और ध्यान करें।

· समय–समय पर हनुमान चालीसा का पाठ करें।

· घर में शांति बनाए रखें और क्रोध से बचें।

FAQs — Health Astrology

Q1. लंबी आयु के लिए कौन सा ग्रह सबसे महत्वपूर्ण है?

शनि और बृहस्पति दीर्घायु के कारक ग्रह माने जाते हैं।

Q2. क्या ज्योतिष के उपायों से बीमारियाँ सच में कम हो सकती हैं?

हाँ, ज्योतिष उपाय मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

Q3. लंबी उम्र के लिए सबसे अच्छा मंत्र कौन सा है?

महामृत्युंजय मंत्र का जप स्वास्थ्य और दीर्घायु दोनों के लिए श्रेष्ठ माना गया है।

Q4. क्या रत्न पहनने से सच में स्वास्थ्य सुधरता है?

हाँ, लेकिन केवल तभी जब वह आपकी कुंडली के अनुसार सही ग्रह का रत्न हो और विशेषज्ञ की सलाह से पहना जाए।

Q5. स्वास्थ्य ज्योतिष के उपाय कब तक करने चाहिए?

जब तक समस्या दूर न हो जाए और जीवन में स्थिरता न आ जाए। नियमित पूजा–पाठ और मंत्र जाप को जीवनशैली का हिस्सा बना लेना चाहिए।

निष्कर्ष

स्वास्थ्य और लंबा जीवन केवल दवाइयों और डॉक्टर पर निर्भर नहीं करता, बल्कि आपकी जन्म कुंडली और ग्रह–नक्षत्र भी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। सही स्वास्थ्य ज्योतिषीय उपाय, नियमित मंत्र जाप, दान और ध्यान से आप न सिर्फ बीमारियों से बच सकते हैं बल्कि एक लंबा, सुखी और स्वस्थ जीवन भी जी सकते हैं।

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Source: https://kundlihindi.com/blog/what-should-we-do-to-live-long-life/

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